Saturday 25 February 2012

मेरा परिचय

बादल यानी मै डॉ.घनश्याम व्यास, साहित्य का पाठक और चिन्तक हूँ  मेरी दृष्टि शब्द और अर्थ की यात्रा के साथ मानव के अंतर्मन को टटोलने की रही है जीवन ने जो दिखाया है उसी का आत्मविस्तार मेरी साहित्य यात्रा है  "बादल" में समायी जीवन की बूंदे नवजीवन को सृजन करने की कोशिश मेरी चेतना में समायी है । 
 बिंदु से सिन्धु तक की मेरी यात्रा "बादल" की यात्रा है